RPSC RAS Syllabus in Hindi | RPSC RAS Syllabus in Hindi | RPSC RAS PRE Syllabus PDF in Hindi | RPSC RAS Mains Syllabus in Hindi PDF
हाल ही में RPSC ( राजस्थान लोक सेवा आयोग) ने RAS / RTS पोस्ट के लिए 905 पदों पर अधिसूचना जारी की है। जो भी इस परीक्षा को लेकर इच्छुक है एवं एग्जाम के पात्रता को पूरा करते है वह 1/7/2023 से लेकर 31/7/2023 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा से जुड़ी जानकारी जैसे की, Syllabus, और Exam Pattern, के लिए पूरा आर्टिकल पढ़े।
RPSC Ras Syllabus in Hindi 2023: RPSC RAS एग्जाम की चयन प्रक्रिया तीन चरणों में होती है Prelims, Mains, और Interview. RPSC Ras Prelims के Exam में General Knowledge और General Science विषय से क्वेश्चन पूछा जाता है। वही Mains के Exam में General Studies-I, General Studies-II, General Studies-III, General Hindi और General English विषय से क्वेश्चन पूछा जा है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है की वह Exam की तैयारी शुरू करने से पहले Syllabus को अच्छी तरह से याद कर लें। यह Syllabus हमेशा उम्मीदवारों का मार्गदर्शन करता रहेगा।
RPSC Ras Exam Pattern 2023: RPSC Ras Prelims के Exam में 150 Question 200 Marks का पूछा जाता है। जिसके लिए उम्मीदवारों को 3 घंटे का समय दिया जाता है। वही Mains के Exam में चारों Papers से 200 Marks का Question पूछा जाता है और सभी विषय के Question को हल करने के लिए 3 घंटे का समय दिया जाता है। Prelims Exam में Objective Type Question पूछा जाता है जिसमें 1/3 का Negative Marking भी शामिल है। Prelims Exam में पूछा गया प्रश्न ग्रेजुएशन लेवल का होता है। आपके जानकारी के लिए बता दे की Prelims Exam सिर्फ उम्मीदवारों को छाँटने के लिए लिया जाता है। Prelims Exam का अंक मेरिट लिस्ट में नहीं जोड़ा जाएगा।
Mains के Exam में वर्णनात्मक प्रकार का पेपर होगा। पेपर में क्वेश्चन तीन प्रकार से होंगे। 2 लघु प्रश्न, 5 मध्यम प्रश्न और 10 दीर्घ प्रश्न होंगे। Mains के सभी पेपर्स को हल करना अनिवार्य होगा। इस परीक्षा का कठनाई स्तर ग्रेजुएशन लेवल का होगा सिर्फ हिंदी और अंग्रेजी विषय को छोड़कर। Mains Exam में पास करने वाले उम्मदीवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। जहां उनका पर्सनालिटी टेस्ट के लिया जाएगा।
[PRE & Mains] RPSC RAS Syllabus in Hindi PDF Download 2023
RPSC RAS Prelims Exam Pattern 2023
Subject | Number | Time |
---|---|---|
सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान | 200 | 3 घण्टे |
RPSC RAS Prelims Syllabus 2023 In Hindi
1.राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परम्परा एवं विरासत :
प्रमुख राजवंशों के महत्वपूर्ण शासकों की राजनीतिक एवं सांस्कृतिक उपलब्धियों-गुहिल, प्रतिहार, चौहान, परमार, राठौड़, सिसोदिया और कच्छावा ,मध्यकालीन राजस्थान में प्रशासनिक तथा राजस्व व्यवस्थाआधुनिक राजस्थान का उदय -19वीं- 20वीं शताब्दी के दौरान राजस्थान में सामाजिक जागृति के कारक। राजनीतिक जागरण: समाचार पत्रों एवं राजनीतिक संस्थाओं की भूमिका ,20वीं शताब्दी में जनजाति तथा किसान आन्दोलन, 20वीं शताब्दी के दौरान विभिन्न देशी रियासतों में प्रजामण्डल आन्दोलन। राजस्थान का एकीकरण।
- धार्मिक जीवन : धार्मिक समुदाय, राजस्थान में संत एवं सम्प्रदाय। राजस्थान के लोक देवी-देवता।
- भाषा एवं साहित्य :राजस्थानी भाषा की बोलियाँ , राजस्थानी भाषा का साहित्य एवं लोक साहित्य।
- प्रदर्शन कला : शास्त्रीय संगीत एवं शास्त्रीय नृत्य, लोक संगीत एवं वाद्य, लोक नृत्य एवं नाट्य।
- राजस्थान की वास्तु परम्परा :मंदिर, किले, महल एवं मानव निर्मित जलीय संरचनाएँ, चित्रकला की विभिन्न शैलियों और हस्तशिल्प।
- राजस्थान के प्रागैतिहासिक स्थल- पुरापाषाण से ताम्र पाषाण एवं कांस्य युग तक।
- ऐतिहासिक राजस्थान: प्रारंम्भिक ईस्वी काल के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक केन्द्र ,प्राचीन राजस्थान में समाज, धर्म एवं संस्कृति।
- राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व।
- राजस्थान में सामाजिक जीवन :मेले एवं त्योहार, सामाजिक रीति-रिवाज तथा परम्पराये, वेशभूषा एवं आभूषण।
2.भारत का इतिहास : (प्राचीनकाल एवं मध्यकाल)
- सल्तनतकाल: प्रमुख सल्तनत शासकों की उपलब्धियों ,विजयनगर की सांस्कृतिक उपलब्धियाँ।
- भक्ति तथा सूफी आंदोलन का धार्मिक एवं साहित्यिक योगदान।
- प्रमुख राजवंशों के महत्वपूर्ण शासकों की उपलब्धियाँ :मौर्य, कुषाण, सातवाहन, गुप्त, चालुक्य, पल्लव एवं चोल।
- प्राचीन भारत में कला एवं वास्तु।
- प्राचीन भारत में भाषा एवं साहित्य का विकास : संस्कृत , प्राकृत एवं तमिल ।
- भारत के सांस्कृतिक आधार- सिन्धु एवं वैदिक काल: छठी शताब्दी ई. पू. की श्रमण परम्परा और नये धार्मिक विचार- आजीवक, बौद्ध तथा जैन।
- मुगलकाल : राजनीतिक चुनौतियाँ एवं सुलह-अफगान, राजपूत, दक्कनी राज्य और मराठा।
- मध्यकाल में कला एवं वास्तु ,चित्रकला एवं संगीत का विकास।
आधुनिक काल (प्रारम्भिक 19वीं शताब्दी से 1964 तक):
- स्वातंत्र्योत्तर राष्ट्र निर्माण- राज्यों का भाषायी पुनर्गठन; नेहरू युग में सांस्थानिक निर्माण, विज्ञान एवं तकनीकी का विकास।
- शिक्षा; 19वीं शताब्दी के दौरान सामाजिक-धार्मिक सुधार- विभिन्न नेता एवं संस्थाएँ।
- स्वतंत्रता संघर्ष एवं भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन- विभिन्न अवस्थाएँ, धाराएँ, महत्वपूर्ण योगदानकर्ता एवं देश के अलग-अलग हिस्सों का योगदान।
- आधुनिक भारत का विकास एवं राष्ट्रवाद का उदय : बौद्धिक जागरण ,प्रेस, पश्चिमी।
3.विश्व एवं भारत का भूगोल :
विश्व का भूगोल
- प्रमुख नदियों एवं झीलें
- पर्यावरणीय मुद्दे- मरूस्थलीकरण, वनोन्मूलन, जलवायु परिवर्तन एवं ग्लोबल वार्मिंग (ऊष्मीकरण),ओजन अवक्षय
- प्रमुख स्थलाकृतियाँ- पर्वत, पठार, मैदान एवं मरूस्थल
- प्रमुख औद्योगिक प्रदेश
- कृषि के प्रकार
भारत का भूगोल:
- ऊर्जा संसाधन परम्परागत एवं गैर-परम्परागत
- प्रमुख खनिज-लौह अयस्क, मैगनीज, बॉक्साइट एवं अभ्रक
- मानसून तंत्र व वर्षा का वितरण
- प्रमुख फसले- गेहूँ, चावल, कपास, गन्ना, चाय एवं कॉफी
- राष्ट्रीय राजमार्ग एवं प्रमुख परिवहन गलियारे
- प्रमुख स्थलाकृतियाँ- पर्वत पठार एवं मैदान
- प्रमुख औद्योगिक प्रदेश
- प्रमुख नदियों एवं झीलें
4.राजस्थान का भूगोल :
- जनसंख्या वृद्धि, घनत्व, साक्षरता, लिंगानुपात एवं प्रमुख जनजातियाँ
- प्रमुख फसलें- गेहूँ मक्का, जौ, कपास, गन्ना, एवं बाजरा
- ऊर्जा संसाधन- परम्परागत एवं गैर-परम्परागत
- प्रमुख सिंचाई परियोजनाएँ एवं जल संरक्षण तकनीकें
- प्रमुख भू-आकृतिक प्रदेश एवं उनकी विशेषताएं
- जैव-विविधता एवं इनका संरक्षण
- प्राकृतिक वनस्पति एवं मृदा
- प्रमुख नदियाँ एवं झीलें
- खनिज- धात्विक एवं अधात्विक
- जलवायु की विशेषताएं
- पर्यटन स्थल एवं परिपथ
- प्रमुख उद्योग
5.भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था एवं शासन प्रणाली :
भारतीय संविधानः दार्शनिक तत्व :
- संविधान सभा, भारतीय संविधान की विशेषताएं, संवैधानिक संशोधन।
- उद्देशिका, मूल अधिकार, राज्य नीति के निदेशक तत्व मूल कर्तव्य।
भारतीय राजनीतिक व्यवस्था :
- संघवाद, भारत में लोकतांत्रिक राजनीति गठबंधन सरकारें राष्ट्रीय एकीकरण
- राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मंत्रिपरिषद्, संसद, उच्चतम न्यायालय और न्यायिक पुनरावलोकन।
- भारत निर्वाचन आयोग, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक नीति आयोग, केन्द्रीय सतर्कता आयोग, लोकपाल, केन्द्रीय सूचना आयोग एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
6.राजस्थान की राजनीतिक एवं प्रशासनिक व्यवस्था :
राज्य की राजनीतिक व्यवस्था :
राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद्, विधानसभा, उच्च न्यायालय
प्रशासनिक व्यवस्था:
जिला प्रशासन, स्थानीय स्वशासन एवं पंचायती राज संस्थाएं।
संस्थाएं:
राजस्थान लोक सेवा आयोग, राज्य मानवाधिकार आयोग, लोकायुक्त, राज्य निर्वाचन आयोग, राज्य सूचना आयोग।
लोक नीति एवं अधिकार :
लोक नीति, विधिक अधिकार एवं नागरिक अधिकार-पत्र।
7.आर्थिक अवधारणाएँ एवं भारतीय अर्थव्यवस्था :
अर्थशास्त्र की मूलभूत अवधारणाएं-
- बजट निर्माण, बैंकिंग, लोक वित्त, वस्तु एवं सेवा कर. राष्ट्रीय आय, संवृद्धि ज्ञान एवं विकास का आधारभूत ज्ञान
- लेखांकन- अवधारणा, उपकरण एवं प्रशासन में उपयोग
- स्टॉक एक्सचेंज एवं शेयर बाजार
- राजकोषीय एवं मौद्रिक नीतियाँ
- सब्सिडी, लोक वितरण प्रणाली
- ई-कॉमर्स
- मुद्रास्फीति- अवधारणा प्रभाव एवं नियंत्रण तंत्र
आर्थिक विकास एवं आयोजन:
अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र: कृषि, उद्योग, सेवा एवं व्यापार क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति मुद्दे एवं पहल प्रमुख आर्थिक समस्याएं एवं सरकार की पहल, आर्थिक सुधार एवं उदारीकरण।
मानव संसाधन एवं आर्थिक विकास:
- गरीबी एवं बेरोजगारी- अवधारणा, प्रकार, कारण, निदान एव वर्तमान फ्लेगशिप योजनाएं
- मानव विकास सूचकांक
- वैश्विक खुशहाली सूचकांक
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता:
कमजोर वर्गों के लिए प्रावधान।
8.राजस्थान की अर्थव्यवस्था :
- आधारभूत संरचना एवं संसाधन
- संवृद्धि ,विकास एवं आयोजना
- कृषि ,उद्द्योग व सेवा क्षेत्र के प्रमुख मुद्दे
- प्रमुख विकास परियोजनायें
- राज्य सरकार की प्रमुख कल्याणकारी योजनाऐं: अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / पिछड़ा वर्ग / अल्पसंख्यको निःशक्तजनों, निराश्रितों, महिलाओं, बच्चों वृद्धजनों कृषकों एवं श्रमिकों के लिए।
- अर्थव्यवस्था का वृहत् परिदृश्य
9.विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी :
- जैव-विविधता, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण एवं संधारणीय विकास
- आहार एवं पोषण, रक्त समूह एवं Rh कारक
- नैनो-प्रौद्योगिकी, जैव-प्रौद्योगिकी एवं अनुवंशिक-अभियांत्रिकी
- स्वास्थ्य देखभाल, संक्रामक, असंक्रामक एवं पशुजन्य रोग
- पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय परिवर्तन एवं इनके प्रभाव
- कम्प्यूटर्स, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी
- कृषि-विज्ञान, उद्यान-विज्ञान, वानिकी एवं पशुपालन राजस्थान के विशेष संदर्भ में
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विकास राजस्थान के विशेष संदर्भ में
- दैनिक जीवन में विज्ञान के मूलभूत तत्व
- रक्षा प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी एवं उपग्रह
10.तार्किक विवेचन एवं मानसिक योग्यता :
- तार्किक दक्षता (निगमनात्मक, आगमनात्मक, अपवर्तनात्मक ): कथन एवं मान्यताएं,कथन एवं तर्क,कथन एवं निष्कर्ष, कथन-कार्यवाही,. विश्लेषणात्मक तर्कक्षमता
- मानसिक योग्यता : संख्या / अक्षर अनुक्रम,कूटवाचन (कोडिंग-डीकोडिंग),संबंधों से संबंधित समस्याएं,दिशा ज्ञान परीक्षण,तार्किक वेन आरेख,दर्पण / पानी प्रतिबिम्ब,आकार और उनके उपविभाजन
- आधारभूत संख्यात्मक दक्षता : अनुपात -समानुपात तथा साझा,प्रतिशत,साधारण एवं चक्रवृद्धि ब्याज,समतलीय चित्रों के परिमाप एवं क्षेत्र,आंकडों का विश्लेषण (सारणी दण्ड-आरेख, रेखीय आलेख पाई चार्ट) ,माध्य (समांतर, गुणोत्तर एवं हरात्मक),माध्यिका एवं बहुलक,क्रमचय एवं संचय,प्रायिकता ( सरल समस्याए )
11.समसामयिक घटनाएं :
- राजस्थान, भारतीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की प्रमुख समसामयिक घटनाएं एवं मुद्दे
- वर्तमान में चर्चित व्यक्ति, स्थान एवं संस्थाए
- खेल एवं खेलकूद संबंधी गतिविधियां
RPSC RAS Mains Exam Pattern 2023
SUBJECT | Number | Time |
---|---|---|
सामान्य अध्ययन- 1 | 200 | 3 घंटे |
सामान्य अध्ययन- 2 | 200 | 3 घंटे |
सामान्य अध्ययन- 3 | 200 | 3 घंटे |
सामान्य हिन्दी एवं सामान्य अंग्रेजी | 200 | 3 घंटे |
Total | 800 Marks |
RPSC RAS Mains Syllabus 2023 In Hindi
पेपर- I सामान्य ज्ञान और सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम
आरपीएससी आरएएस मेन्स पेपर- I को 3 खंडों में विभाजित किया गया है: इतिहास, अर्थशास्त्र और समाजशास्त्र, प्रबंधन, लेखा और लेखा परीक्षा।
यूनिट- I इतिहास पाठ्यक्रम
भाग ए: राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परंपरा और विरासत
- प्रागैतिहासिक काल से 18वीं शताब्दी के अंत तक राजस्थान के इतिहास के प्रमुख स्थल, महत्वपूर्ण राजवंश, उनकी प्रशासनिक और राजस्व प्रणाली
- 19वीं और 20वीं सदी की प्रमुख घटनाएँ: किसान और जनजातीय आंदोलन। राजनीतिक जागृति, स्वतंत्रता आंदोलन और एकता
- राजस्थान की विरासत: प्रदर्शन एवं ललित कला, हस्तशिल्प और वास्तुकला; मेले, त्यौहार, लोक संगीत और लोक नृत्य
- राजस्थानी साहित्य की महत्वपूर्ण कृतियाँ एवं राजस्थान की बोलियाँ
- राजस्थान के संत, लोक देवता और प्रतिष्ठित व्यक्ति
भाग बी: भारतीय इतिहास और भारतीय विरासत की संस्कृति
- सिंधु सभ्यता से ब्रिटिश काल तक ललित कला, प्रदर्शन कला, वास्तुकला और साहित्य
- प्राचीन और मध्यकालीन भारत में धार्मिक आंदोलन और धार्मिक दर्शन
- 19वीं सदी की शुरुआत से 1965 ई. तक आधुनिक भारत का इतिहास: महत्वपूर्ण घटनाएँ, व्यक्तित्व और मुद्दे
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन- इसके विभिन्न चरण एवं धाराएँ, देश के विभिन्न हिस्सों से महत्वपूर्ण योगदानकर्ता एवं योगदान
- 19वीं और 20वीं सदी में सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलन
- स्वतंत्रता के बाद एकीकरण और पुनर्गठन – रियासतों का विलय और राज्यों का भाषाई पुनर्गठन
भाग सी: आधुनिक विश्व का इतिहास (1950 ई. तक)
- पुनर्जागरण और सुधार
- ज्ञानोदय और औद्योगिक क्रांति
- एशिया और अफ्रीका में साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद
- विश्व युद्धों का प्रभाव
यूनिट- II अर्थशास्त्र पाठ्यक्रम
भाग ए: भारतीय अर्थव्यवस्था
- अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र: कृषि, उद्योग और सेवा- वर्तमान स्थिति, मुद्दे और पहल
- बैंकिंग: मुद्रा आपूर्ति और उच्च शक्ति वाली मुद्रा की अवधारणा। सेंट्रल बैंक और वाणिज्यिक बैंकों की भूमिका और कार्य, एनपीए के मुद्दे, वित्तीय
- समावेश। मौद्रिक नीति- संकल्पना, उद्देश्य और उपकरण
- सार्वजनिक वित्त: भारत में कर सुधार – प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष, सब्सिडी – नकद हस्तांतरण और अन्य संबंधित मुद्दे। भारत की हालिया राजकोषीय नीति
- भारतीय अर्थव्यवस्था में हालिया रुझान: विदेशी पूंजी की भूमिका, बहुराष्ट्रीय कंपनियां, पीडीएस, एफडीआई, एक्जिम नीति, 12वां वित्त आयोग, गरीबी उन्मूलन योजनाएं
भाग बी: विश्व अर्थव्यवस्था वैश्विक आर्थिक मुद्दे और रुझान
- विश्व बैंक, आईएमएफ और डब्ल्यूटीओ की भूमिका
- विकासशील, उभरते और विकसित देशों की अवधारणा
- वैश्विक परिदृश्य में भारत
भाग सी: राजस्थान की अर्थव्यवस्था
- राजस्थान के विशेष संदर्भ में कृषि, बागवानी, वानिकी, डेयरी और पशुपालन
- औद्योगिक क्षेत्र- विकास और हालिया रुझान। राजस्थान के विशेष संदर्भ में विकास, विकास एवं योजना
- राजस्थान के सेवा क्षेत्र में हालिया विकास और मुद्दे
- राजस्थान की प्रमुख विकास परियोजनाएँ- उनके उद्देश्य एवं प्रभाव
- राजस्थान में आर्थिक परिवर्तन के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल
- राज्य का जनसांख्यिकीय परिदृश्य और राजस्थान की अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव
यूनिट-III समाजशास्त्र, प्रबंधन, लेखा और लेखा परीक्षा पाठ्यक्रम
भाग ए: समाजशास्त्र
- भारत में समाजशास्त्रीय विचारधारा का विकास
- सामाजिक मूल्य
- जाति वर्ग एवं व्यवसाय
- संस्कृतिकरण
- Varna, Ashram, Purusharth and Sanskar Vyavastha
- धर्मनिरपेक्षता के मुद्दे और समाज की समस्याएँ
- राजस्थान का जनजातीय समुदाय: भील, मीना (मीना), और गरासिया
भाग बी: प्रबंधन
- प्रबंधन – दायरा, अवधारणा, प्रबंधन के कार्य – योजना, आयोजन, स्टाफिंग, निर्देशन, समन्वय और नियंत्रण
- निर्णय लेना: अवधारणा, प्रक्रिया और तकनीकें
- विपणन, विपणन मिश्रण की आधुनिक अवधारणा – उत्पाद, मूल्य, स्थान और प्रचार
- उद्देश्य, धन के अधिकतमकरण की अवधारणा, वित्त के स्रोत – लघु और दीर्घकालिक, पूंजी संरचना, पूंजी की लागत
- नेतृत्व और प्रेरणा की अवधारणा और मुख्य सिद्धांत, संचार, भर्ती की मूल बातें, चयन, प्रेरण, प्रशिक्षण और विकास और मूल्यांकन प्रणाली
भाग सी: व्यवसाय प्रशासन
- वित्तीय विवरणों के विश्लेषण की तकनीकें, कार्यशील पूंजी प्रबंधन की मूल बातें, जिम्मेदारी और सामाजिक लेखांकन
- ऑडिटिंग, आंतरिक नियंत्रण, सामाजिक, प्रदर्शन और दक्षता ऑडिट का अर्थ और उद्देश्य
- विभिन्न प्रकार के बजट की मूल बातें, बजटीय नियंत्रण
पेपर- II सामान्य ज्ञान और सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम
आरपीएससी आरएएस मेन्स पेपर- II को 4 इकाइयों में विभाजित किया गया है: तार्किक तर्क, मानसिक क्षमता और बुनियादी संख्यात्मकता, सामान्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान, और पृथ्वी विज्ञान (भूगोल और भूविज्ञान)। नीचे दिए गए अनुभागों से इकाई-वार विषयों को पढ़ें।
यूनिट- I तार्किक तर्क, मानसिक क्षमता, और बुनियादी संख्यात्मक पाठ्यक्रम
- तार्किक तर्क (निगमनात्मक, आगमनात्मक, अपहरणात्मक): कथन और धारणाएँ, कथन और तर्क, कथन और निष्कर्ष, कार्रवाई के पाठ्यक्रम
- विश्लेषणात्मक तर्क
- मानसिक क्षमता: संख्या श्रृंखला, अक्षर श्रृंखला, अजीब आदमी बाहर, कोडिंग-डिकोडिंग, संबंधों, आकृतियों और उनके उप-वर्गों से संबंधित समस्याएं
- बुनियादी संख्यात्मकता: गणितीय और सांख्यिकीय विश्लेषण का प्रारंभिक ज्ञान
- संख्या प्रणाली, परिमाण का क्रम, अनुपात और अनुपात, प्रतिशत, सरल और चक्रवृद्धि ब्याज, डेटा विश्लेषण (सारणी, बार आरेख, रेखा ग्राफ, पाई-चार्ट)
यूनिट- II सामान्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम
- गति, गति के नियम, कार्य ऊर्जा और शक्ति, घूर्णी गति, सरल हार्मोनिक गति, गुरुत्वाकर्षण, तरंगें
- पदार्थ के गुण, इलेक्ट्रोस्टैटिक्स, विद्युत धारा, गतिमान आवेश और चुंबकत्व
- किरण प्रकाशिकी, परमाणु भौतिकी, अर्धचालक उपकरण
- विद्युत चुम्बकीय तरंगें, संचार प्रणालियाँ, कंप्यूटर की मूल बातें, प्रशासन में सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग, ई-गवर्नेंस और ई-कॉमर्स, विज्ञान के विकास में भारतीय वैज्ञानिकों का योगदान
- पदार्थ की अवस्थाएँ, परमाणु संरचना, रासायनिक बंधन और आणविक संरचना, संतुलन
- ऊष्मागतिकी, गैसों का गतिज सिद्धांत, ठोस अवस्था, विलयन, विद्युत रसायन, रासायनिक गतिकी
- जीवन की चारित्रिक विशेषता
- जीवों में पोषण
- वंशानुक्रम और भिन्नता का सिद्धांत
- मानव स्वास्थ्य एवं रोग
- जैव प्रौद्योगिकी और उसके अनुप्रयोग
- जैव विविधता एवं संरक्षण
- राजस्थान के विशेष संदर्भ में पारिस्थितिकी तंत्र कृषि, बागवानी, वानिकी, डेयरी और पशुपालन
इकाई-III पृथ्वी विज्ञान पाठ्यक्रम
- नैतिकता और मानवीय मूल्य: महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन और शिक्षाओं से सबक
- मूल्यों को विकसित करने में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका
- नैतिक अवधारणा-ऋत और रिन, कर्तव्यों की अवधारणा, अच्छे और गुणों की अवधारणा
- निजी और सार्वजनिक संबंधों में नैतिकता – प्रशासकों का व्यवहार, नैतिक और राजनीतिक दृष्टिकोण – ईमानदारी का दार्शनिक आधार
- भगवद गीता की नैतिकता और प्रशासन में इसकी भूमिका
- गांधीवादी नैतिकता
- भारत और विश्व के नैतिक विचारकों और दार्शनिकों का योगदान
- मनो-तनाव प्रबंधन
- मामले का अध्ययन
- भावनात्मक बुद्धिमत्ता – अवधारणाएँ और उनकी उपयोगिताएँ
इकाई-IV पृथ्वी विज्ञान (भूगोल एवं भूविज्ञान) पाठ्यक्रम
भाग ए: विश्व
- व्यापक भौतिक विशेषताएं: पर्वत, पठार, मैदान, झीलें और ग्लेशियर
- भूकंप और ज्वालामुखी: प्रकार, वितरण और उनका प्रभाव पृथ्वी और इसके भूवैज्ञानिक समय पैमाने
- वर्तमान भूराजनीतिक समस्याएँ
भाग बी: भारत
- व्यापक भौतिक विशेषताएं: पर्वत, पठार, मैदान, झीलें और ग्लेशियर
- भारत के प्रमुख भौगोलिक विभाग
- जलवायु- मानसून की उत्पत्ति, मौसमी जलवायु परिस्थितियाँ, वर्षा का वितरण और जलवायु क्षेत्र
- प्राकृतिक संसाधन: जल, जंगल, मिट्टी
- चट्टानें और खनिज: प्रकार और उनके उपयोग
- जनसंख्या: वृद्धि, वितरण और घनत्व, लिंगानुपात, साक्षरता, शहरी और ग्रामीण जनसंख्या
भाग सी: राजस्थान
- व्यापक भौतिक विशेषताएँ: पर्वत, पठार, मैदान, नदियाँ और झीलें
- प्रमुख भौगोलिक क्षेत्र
- प्राकृतिक वनस्पति एवं जलवायु
- पशुधन, वन्य जीवन और उसकी बातचीत
- कृषि- प्रमुख फसलें
- खनिज स्रोत
- धात्विक खनिज- प्रकार, वितरण, और औद्योगिक उपयोग और संरक्षण
- गैर-धात्विक खनिज- प्रकार, वितरण, और औद्योगिक उपयोग और उनका संरक्षण।
- ऊर्जा संसाधन: पारंपरिक और गैर-पारंपरिक जनसंख्या और जनजातियाँ
पेपर-III सामान्य ज्ञान और सामान्य अध्ययन पाठ्यक्रम
आरपीएससी आरएएस मेन्स पेपर-III को तीन इकाइयों में विभाजित किया गया है- भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, विश्व राजनीति और समसामयिक मामले, लोक प्रशासन और प्रबंधन की अवधारणाएं, मुद्दे और गतिशीलता, प्रशासनिक नैतिकता, व्यवहार और कानून। नीचे हमने पेपर-III के लिए विस्तृत पाठ्यक्रम प्रदान किया है।
इकाई- I भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, विश्व राजनीति और समसामयिक घटनाक्रम पाठ्यक्रम
- भारतीय संविधान
- वैचारिक सामग्री: संस्थागत ढांचा- I, संस्थागत ढांचा- II, संस्थागत ढांचा- III
- राजनीतिक गतिशीलता
- राजस्थान की राज्य राजनीति
- शीत युद्ध के बाद के युग में उभरती विश्व व्यवस्था, संयुक्त राज्य अमेरिका का आधिपत्य और उसका प्रतिरोध, संयुक्त राष्ट्र और क्षेत्रीय संगठन, अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद और पर्यावरणीय मुद्दे
- भारत की विदेश नीति
- दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक और सामरिक विकास और भारत पर उनका प्रभाव
- सामयिकी
यूनिट- II लोक प्रशासन और प्रबंधन पाठ्यक्रम की अवधारणाएं, मुद्दे और गतिशीलता
- प्रशासन और प्रबंधन: अर्थ, प्रकृति और महत्व। विकसित एवं विकासशील समाजों में इसकी भूमिका। एक अनुशासन के रूप में लोक प्रशासन का विकास, नया लोक प्रशासन, लोक प्रशासन के सिद्धांत
- शक्ति, अधिकार, वैधता, जिम्मेदारी और प्रतिनिधिमंडल की अवधारणाएँ
- संगठन के सिद्धांत: पदानुक्रम, नियंत्रण का दायरा और आदेश की एकता
- प्रबंधन के कार्य, कॉर्पोरेट प्रशासन और सामाजिक जिम्मेदारी
- लोक प्रबंधन के नये आयाम, परिवर्तन का प्रबंधन
- सिविल सेवाओं का रवैया और मूलभूत मूल्य: अखंडता, निष्पक्षता और गैर-पक्षपात, सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण, सामान्यवादियों और विशेषज्ञों के बीच संबंध
- प्रशासन पर विधायी और न्यायिक नियंत्रण: विधायी और न्यायिक नियंत्रण की विभिन्न विधियाँ और तकनीकें
- राजस्थान में प्रशासनिक व्यवस्था, प्रशासनिक संस्कृति: राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रिपरिषद, राज्य सचिवालय और मुख्य सचिव
- जिला प्रशासन: संगठन, जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक, उप-विभागीय और तहसील प्रशासन की भूमिका
- विकास प्रशासन: अर्थ, दायरा और विशेषताएँ
- राज्य मानवाधिकार आयोग, राज्य चुनाव आयोग, लोकायुक्त, राजस्थान लोक सेवा आयोग, लोक सेवा गारंटी अधिनियम, 2011
यूनिट-III प्रशासनिक नैतिकता, व्यवहार और कानून पाठ्यक्रम
भाग ए: प्रशासनिक नैतिकता
- नैतिकता के आयाम
- प्रशासनिक नैतिकता
- निजी और सार्वजनिक संबंधों में नैतिकता
भाग ए: व्यवहार
- बुद्धिमत्ता
- व्यक्तित्व
- सीखना और प्रेरणा
- जीवन में परिवर्तन का मिलना: तनाव
भाग ए: कानून
- कानून की अवधारणाएँ
- समसामयिक कानूनी मुद्दे
- राजस्थान में महत्वपूर्ण भूमि कानून
- महिलाओं और बच्चों के विरुद्ध अपराध
पेपर-IV सामान्य हिंदी और सामान्य अंग्रेजी पाठ्यक्रम
आरपीएससी आरएएस मेन्स पेपर-IV में अंग्रेजी और हिंदी भाषा शामिल है। इस पेपर का कठिनाई स्तर वरिष्ठ माध्यमिक स्तर पर आधारित होगा। यह पेपर तीन भागों में विभाजित होगा: व्याकरण और उपयोग, समझ, अनुवाद और सटीक लेखन, रचना और पत्र लेखन
भाग ए: व्याकरण और उपयोग
- वाक्यों का सुधार: लेखों और निर्धारकों से संबंधित त्रुटियों के साथ सुधार के लिए 10 वाक्य
- पूर्वसर्ग
- काल और काल का क्रम
- क्रियार्थ द्योतक
- आवाज- सक्रिय और निष्क्रिय
- वर्णन – प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष
- पर्यायवाची विपरीतार्थक
- वाक्यांश क्रियाएँ और मुहावरे
- एक शब्द का विकल्प
- शब्द अक्सर भ्रमित या दुरुपयोग किये जाते हैं
भाग बी: समझ, अनुवाद और सटीक लेखन
- एक अनदेखे गद्यांश की समझ (लगभग 250 शब्द) और गद्यांश पर आधारित 05 प्रश्न, प्रश्न संख्या 05 अधिमानतः शब्दावली पर होना चाहिए
- पाँच वाक्यों का हिन्दी से अंग्रेजी में अनुवाद
- संक्षिप्त लेखन (लगभग 150-200 शब्दों का एक संक्षिप्त अंश)
भाग सी: रचना एवं पत्र लेखन
- अनुच्छेद लेखन- दिए गए 03 विषयों में से कोई 01 अनुच्छेद (लगभग 200 शब्द)
- किसी दिए गए विषय का विस्तार (3 में से कोई 1, लगभग 150 शब्द)
- पत्र लेखन या रिपोर्ट लेखन (लगभग 150 शब्द)
Conclusion
RAS Exam के Syllabus के बारे में मैंने कुछ जानकारी ऊपर आर्टिकल में दी है और कुछ PDF Format में उपलब्ध कराया है। उम्मीद है की इस आर्टिकल में दी हुई जानकारी आपके काम आये हो। इस Syllabus से जुड़ा कोई सवाल अगर मन में है तो आप हमसे Comment Section में पूछ सकते हैं। अगर आप RAS Pevious Year Paper को Download करना चाहते है तो इस लिंक पर Click करें।
FAQ
RAS Prelims के Exam में कौन-कौन विषय से प्रश्न पूछे जाते हैं।
RAS Prelims के Exam के सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान से 200 अंक का प्रश्न पूछा जाता है।
RAS Mains के Exam में कौन-कौन विषय से प्रश्न पूछे जाते हैं।
RAS Mains के Exam में सामान्य अध्ययन- 1, सामान्य अध्ययन- 2, सामान्य अध्ययन- 3, सामान्य हिन्दी एवं सामान्य अंग्रेजी से 200-200 अंक का प्रश्न पूछा जाता है।
क्या RAS के Exam में Negative Marking को भी रखा गया है।
जी हाँ, अगर आप किसी प्रश्न का गलत उत्तर देते है तो आपके 1/3 के अनुसार अंक काट लिए जायेंगे।